Couverture de Kaili Kamini Aur Anita [Kylie Kamini and Anita]

Kaili Kamini Aur Anita [Kylie Kamini and Anita]

Aperçu

Essayer pour 0,00 €
Écoutez en illimité un large choix de livres audio, créations & podcasts Audible Original et histoires pour enfants.
Recevez 1 crédit audio par mois à échanger contre le titre de votre choix - ce titre vous appartient.
Gratuit avec l'offre d'essai, ensuite 9,95 €/mois. Résiliez à tout moment.

Kaili Kamini Aur Anita [Kylie Kamini and Anita]

De : Amrita Pritam
Lu par : Poonam Shrivastava
Essayer pour 0,00 €

9,95 € par mois après 30 jours. Résiliez à tout moment.

Acheter pour 22,10 €

Acheter pour 22,10 €

Confirmer l'achat
Utiliser la carte qui se termine par
En finalisant votre achat, vous acceptez les Conditions d'Utilisation. Veuillez prendre connaissance de notre Politique de Confidentialité et de notre Politique sur la Publicité et les Cookies.
Annuler

À propos de cette écoute

अनीता 'एक थी अनीता’ उपन्यास की नायिका है जिसके पैरों के सामने कोई रास्ता नहीँ, लेकिन वह चल देती हैं - कोई आवाज़ हैं, जाते कहां से उठतीं है और उसे बुलाती है....

कैली 'रंग का पत्ता' उपन्यास की नायिका है, एक गांव की लड़की और कामिनी 'दिल्ली की गलियाँ' उपन्यास की नायिका है, एक पत्रकार। इनके हालात में कोई समानता नहीं, वे बरसों की जिन संकरी गलियों से गुजरती हैं, वे भी एक दूसरी की पहचान में नहीं आ सकतीं। लेकिन एक चेतना है, जो इन तीनो के अंतर से एक सी पनपती है....

वक्त कब और कैसे एक करवट लेता है, यह तीन अलग-अलग वार्ताओं की अलग-अलग ज़मीन की बात है। लेकिन इन तीनों का एक साथ प्रकाशन, तीन अलग-अलग दिशाओं से उस एक व्यथा को समझ लेने जैसा है, जो एक ऊर्जा बन कर उनके प्राणों में धड़कती है....

मुहब्बत से बडा जादू इस दुनिया में नहीं हैं। उसी जादू से लिपटा हुआ एक किरदार कहता है - "इस गांव में जहां कैली बसती है, मेरी मुहब्बत की लाज बसती है" और इसी जादू से लिपटा हुआ कोई ओर किरदार कहता है- "प्रिय तुम्हें देखा तो मैंने खुदा की जात पहचान ली..."

जब कहीं कोई आवाज़ नहीं, किसी को अहसास होता है कि कुछेक क्षण थे, कुछेक स्पर्श ओर कुछेक कम्पन, और वे सब किसी भाषा के अक्षर थे....

कुछ पल ऐसे भी होते हैं, जो भविष्य से टूटे हुए होते हैं, फिर भी सांसों में बस जाते है, प्राणों में धड़कते हैं....

शमां की तरह जलती-पिघलती वे सोचती हैं- यही तो आग की एक लपट है, जिसकी रोशनी में खुद को पहचानना है"....

Please note: This audiobook is in Hindi.

©2011 Rajpal and Sons (P)2021 Audible, Inc.
Classiques
Les membres Amazon Prime bénéficient automatiquement de 2 livres audio offerts chez Audible.

Vous êtes membre Amazon Prime ?

Bénéficiez automatiquement de 2 livres audio offerts.
Bonne écoute !

    Ce que les auditeurs disent de Kaili Kamini Aur Anita [Kylie Kamini and Anita]

    Moyenne des évaluations utilisateurs. Seuls les utilisateurs ayant écouté le titre peuvent laisser une évaluation.

    Commentaires - Veuillez sélectionner les onglets ci-dessous pour changer la provenance des commentaires.

    Il n'y a pas encore de critique disponible pour ce titre.